शिकंजे में आया पांच मौतों का गुनहगार, मां पर भी केस दर्ज

इंदिरापुरम में बेटा-बेटी की हत्या के बाद कारोबारी गुलशन वासुदेवा द्वारा पत्नी व मैनेजर संग आठवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या करने के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी राकेश वर्मा को मंगलवार देर रात गिरफ्तार कर लिया। एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने बुधवार को प्रेसवार्ता कर बताया कि राकेश वर्मा प्रॉपर्टी कारोबारी है और पंजाब में होटल भी चलाता है। गुलशन वासुदेवा ने दीवार पर लिखे सुसाइड नोट में राकेश वर्मा को घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया था। गुलशन के भाई ने राकेश वर्मा और उसकी मां फूला वर्मा के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मुकदमा दर्ज कराया है। वहीं, पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने हिंडन श्मशान घाट पर गुलशन, उसकी पत्नी व बच्चों का अंतिम संस्कार कर दिया। जबकि मैनेजर संजना उर्फ गुलशन के परिजन उसका शव सुपुर्दे खाक करने के लिए दिल्ली ले गए।
एसएसपी ने बताया कि वैभव खंड स्थित कृष्णा अपरा सफायर सोसायटी में आठवीं मंजिल पर रहने वाले गुलशन वासुदेवा की दिल्ली के गांधीनगर में जींस बनाने की फैक्टरी थी। साहिबाबाद के शालीमार गार्डन निवासी राकेश वर्मा गुलशन का साढ़ू है। उसने भाई जैसे रिश्ते का हवाला देकर प्रॉपर्टी के कारोबार में निवेश करने की बात कही थी। भरोसा जताकर गुलशन ने उसे सवा करोड़ रुपये दिए थे। बदले में राकेश वर्मा ने 2015 में अपनी मां फूला वर्मा से शालीमार गार्डन स्थित कोठी का एग्रीमेंट गुलशन के करीबी सीए प्रवीण बख्शी के नाम करा दिया। लेकिन 2018 में उक्त कोठी 1.49 करोड़ रुपये में किसी और को बेच दी। पता लगने पर गुलशन ने पैसे मांगे तो उसने चेक दिए जो बाउंस हो गए। एसएसपी ने बताया कि गुलशन ने अपने रिश्तेदारों व जानकारों से पैसा लेकर बिजनेस में लगाया था, लेकिन राकेश वर्मा उसके पैसे नहीं लौटा रहा था। तगादा बढ़ने पर गुलशन व उसका पूरा परिवार तनाव में आ गया और मौत को गले लगाने का फैसला कर लिया।
आरोपी ने अपने बचाव में दी सफाई
एसएसपी के मुताबिक आरोपी राकेश वर्मा ने पूछताछ में बताया कि उसने साढू़ गुलशन वासुदेवा का पैसा बिजनेस में लगवाया था। गुलशन व उसके करीबी प्रवीण बख्शी ने दबाव बनाकर उससे खाली चेक पर हस्ताक्षर कराए और एग्रीमेंट भी साइन कराया। इसके बाद उन्होंने वर्ष 2015 में चेक बाउंस के मामले में उसे व उसकी मां को जेल भिजवा दिया। राकेश वर्मा ने बताया कि वह पांच प्रतिशत ब्याज पर गुलशन से पैसे लेता था और ब्याज सहित लौटा देता था। एसएसपी ने बताया कि गुलशन ने 1.09 करोड़ रुपये राकेश को दिए। उसे 98 लाख रुपये वापस मिल चुके थे। इसके बाद वह गुलशन पर 1.39 करोड़ रुपये बकाया निकाल रहा था। राकेश ने खुद को बेकसूर बताया।
-यह था मामला :
सोसायटी के फ्लैट संख्या ए-806 में गुलशन (45) पत्नी परमीना (43), बेटी कृतिका (18) और बेटे ऋतिक (13) के साथ रहते थे। रमपुरा दिल्ली निवासी उनकी मैनेजर संजना (26) भी उनके साथ रहती थी। मंगलवार सुबह करीब पांच बजे गुलशन ने दोनों बच्चों की हत्या करने के बाद मैनजर और पत्नी के साथ फ्लैट की बालकनी से छलांग लगा दी थी। गुलशन ने दीवार पर सुसाइड नोट लिखकर राकेश वर्मा के जिम्मेदार बताया था। साथ ही 500-500 केनोट व बाउंस चेक भी चिपकाए थे।